*प्रारब्ध भोग*🕉🌟🕉 🔸🔸🔹🔹 एक व्यक्ति हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करता था। धीरे धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे मे ही पड़ा रहता था । जब भी उसे शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वह अपने बेटो को आवाज लगाता था और बेटे ले जाते थे। धीरे धीरे कुछ दिन बाद बेटे …
‘इंसान के तीन प्रारब्ध हैं जिनके आधार पर जीवन चलता है ” “एक धर्म का प्रसंग “|
