‘दिल’ में जगह नहीं तो “नज़दीकियाँ “बढ्ने से क्या होगा “? चाहे “दूरियाँ” हों पर “स्नेह की खुशबू” महकनी चाहिए |
[1] जरा सोचो ‘जड़’ खोदने वाले तो ‘खोदेंगे’, ‘घबरा’ गए तो ‘मर’ जाओगे,…
[1] जरा सोचो ‘जड़’ खोदने वाले तो ‘खोदेंगे’, ‘घबरा’ गए तो ‘मर’ जाओगे,…
[1] जरा सोचो ‘बेवफाई’ की ‘बेइंतिहायी’ अब ‘बर्दाश्त’ नहीं होती,’सब्र की सीमाएं̵…
[1] जरा सोचो ‘खाली’ समझ लेने से क्या होगा ?’ प्राप्त करने का प्रयास’ होना चाहिए, ‘खाली…
[1] संघर्ष थकाता जरूर है परंतु अंदर से मजबूत बना देता है , समस्या- समस्या नहीं रहती , जीतने की ज़िद बनी रहती …
“वास्तविक शिक्षा” [ एक प्रेरणादायक प्रसंग } टी एन शेषन मुख्य चुनाव आयुक्त थे तब एक बार वे उत्त…
*बुजुर्गों को समय चाहिए* *छोटे ने कहा ,” भैया , दादी कई बार कह चुकी हैं कभी मुझे भी अपने साथ होटल…
जीवन कैसे जिए ? कुछ गंभीर प्रश्न– चिन्तन अवश्य कीजियेगा……. क्या हम बिल्डर्स, इंटीरियर डि…
[1] परिवार में एक दूसरे के पूरक बन कर रहने का प्रयास सार्थक है ‘, ‘तभी समाज,राष्ट्र और धर्म हेतु कुछ कर पाओगे ,म…
[1] ‘गल्ती स्वीकारना फिर सुधारना’ , ‘सही नीयत प्रदर्शित करती है ,’ ‘अड़ियल बने रहना शोभा नहीं द…
[1] ‘संतजन’- ‘मानवता’,’प्यार’,’सदभाव’,’एकत्व’,’भाईचारेR…
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