January 27, 2021
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Posts By Tara Chand Kansal

ज़रा सोचो

‘कामयाबी पर गुमान’ , ‘शेर-दिल ‘ को भी ‘गुमनामी मे ‘ धकेल देगा

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
2,135
प्रेरणादायक कविता

नकारात्मक सोच’ ‘ इंसान को’ ‘ खत्म कर डालती

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
1,310
प्रेरणादायक कविता

सदा याद रक्खे’ – ‘तुम किस दिशा’ मे और ‘किस गति ‘ से बढ़ रहे हो

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
838
प्रेरणादायक कविता

वर्तमान’ को ‘सुधारो’ तो ‘ भविष्य ‘ ‘स्वम सुधरता’ है

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
688
धार्मिक कविताएँ

इच्छा’ , ‘वासना’, ‘कामना’ ,’त्याग तो सही’ ,’ तृष्णा से बच’ तो सही

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
2,019
उदासी की कविताएँ

विषयों को’ ‘ हमने नहीं भोगा’ ,’विषयों ने’ ‘हमको भोग लिया

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
746
उदासी की कविताएँ

इन आँखों से’ ‘सपनों’ को ‘टूटने का दर्द’ ‘ देखा है’

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
752
ज़रा सोचो

अपने जीवन मूल्य’ ‘ तय करें’ , ‘जिसके अनुसार’ ‘ आप जीना ‘ चाहते हैं

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
738
ज़रा सोचो

यदि हम’ ‘अपनी प्रशंसा’ सुनकर ‘फूल जाते हैं’ , ‘तो कमजोर हैं

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
0
721
प्रेरणादायक कविता

सफलता’ ‘उसी को मिलती है’,’जिसे सफलता पर’ ‘विश्वास’ होता है

By Tara Chand Kansal
November 21, 2016
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‘आपस में रूठे’ रहे तो ‘मनाने’ की ‘व्यवस्था खतम’ , ‘मिल कर जियो’ तो जीना है |

Tarachand Kansal
2 days ago

चार दिन की जिंदगी’ ‘खुश हो कर काट ले ,सबका ‘दिल’ दुःखा कर किसलिए जीना ?

Tarachand Kansal
2 days ago

‘किसी को ‘बददुआ’ मत देना , तुम्हें भी ‘बददुआ’ लग जाएगी | कुछ समयोचित छंद |

Tarachand Kansal
2 days ago
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