Home सुविचार संतोष धन

संतोष धन

0 second read
0
0
796

‘यह सच है’ , ‘ईमानदारी के पैसे मे बरकत है ’ पुण्य भी होते हैं ,

‘अनैतिकता ‘ व ‘बेईमानी’ से ‘कमाया धन’, ‘कभी खुशियाँ नहीं दे सकता ‘
,
‘मेहनत से’ ‘सुख की नींद आती है’ ‘,सदा अच्छा आचरण पेश करो’ ,

‘सबसे बड़ा संतोष धन’, ‘अनैतिक काम करने वालों के पास नहीं आता’

Load More Related Articles
Load More By Tarachand Kansal
Load More In सुविचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…