Home ज़रा सोचो ‘दुआएं करो सबका भविष्य सुंदर बना रहे ‘ |

‘दुआएं करो सबका भविष्य सुंदर बना रहे ‘ |

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[1]

‘ दुआएं  कुछ  ऐसी  करो  मुसीबतों  का  जाल   कट  जाए ‘,
‘कई बार  अच्छी हवाएँ  भी  मौषम  का मिजाज  बदल  देती  हैं ‘|

[2]

‘कल  क्या  होगा  ये  बिना  सोचे  मैं  आज  में  ही  जीता  हूँ ‘,
‘मेरे  जहन  में  ‘फकीरी’  है ,’राजसी  ठाठों  के  क्या  मतलब ‘|

[3]

‘नदी  की  तरह  आगे  बढ़ते  चलो,
‘मुड  कर  बीता  समय  मत  देखना’,
‘बीती  ता ही  बिसार  दे  आगे  की  सुध  लो,
‘जी’  जाओगे  भाई ‘|

[4]

‘ यारों  ! मैंने  कभी  किसी  का  बुरा  नहीं  चाहा ‘,
‘ये भी सही है,’इसे साबित करना भी नहीं आया ‘|

[5]

‘आपके  पास  हर  सवाल  का  उत्तर  है ,
फिर  भी  कसमसाए  से  रहते  हो’,
घबराओ  मत, डट कर,खुल कर  काम  करो,
रेगिस्तान  को  हरियाली  में  जल्दी  बदल  दोगे’|

[6]

‘अपनी  हौसला  अफजाई  रख ,
‘कर्म  से  पीछे  न  हट ‘,
‘सफलता  कदम  चूमेंगी ,
‘देख लेना एक दिन ‘|

[7]

समय की रफ्तार
पिता –बेटा  घड़ी   तो  दे  दी ,कुछ  समय भी  दे  दिया  होता ,
बेटा– मरने  की  फुर्सत  नहीं , समय  कहाँ  से  दूँ ‘?

[8]

‘जब  ‘मर्द’  बिका  तो  ‘दूल्हा’ कहा  गया ,’औरत’  बिकी  तो  ‘तवायफ’,
‘इतना  भयंकर  भेदभाव  दुनियाँ  में ‘ कहीं  और  देखा  नहीं  गया ‘|

[9]

‘हमेशा  दूसरों  के  सहायक  बनो ,
‘हमदर्दी’  कभी  ‘दर्द’  नहीं  देती ‘,
‘कौन  जाने  ये  पुण्य  का  काम ,
जिंदगी  में  कब  साथ  दे  जाए ‘|

[10]

‘जिम्मेदारियों  को  बखूबी  निभाना,
‘अनुभवी’  मानव  बनाता  है ‘,
‘परेशानियाँ  बढ़ती  जरूर  हैं ,
‘जीने  का  सबब  सीख  जाते  हैं ‘|

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