[1]
‘दिल भी तूने दिया और इश्क़ भी तूने ही ईज़ाद किया ‘,
‘दोनों मिलकर एक हो गए तो , मैं कसूरवार किस लिए ‘ ?
[2]
‘जब रूठ कर जा रहे हो , यादें भी साथ लेते जाओ ‘,
‘गैर की अमानत में खमानत ,अच्छी आदत नहीं होती ‘ |
[3]
मोदी उवाच
‘मुझे देश से प्यार है ‘ , ‘हर फैसला देशहित में लिया है’,
‘तू रोज़ मुझे बुरा कहता है ‘ ,’ साबित तो कर के दिखा ‘|
[4]
‘अपने सपने बेचे , खून बेचा , परिवार के लिए समर्पित हो गया’ ,
‘बेटा कमाने वाला क्या बना’ ‘ बाप भूख से तड़प कर मर गया ‘ |
[5]
मेरा विचार —
” निर्दयी संसार में ‘नम्र ह्रदय होना ‘, ‘कमजोरी नहीं , हिम्मत की बात है “|
[6]
‘ न मज़ाक उड़ा किसी का , न अपना रुपया उड़ा ‘,
‘ एक में रिस्ता खतम , दूसरे में तू खुद खतम ‘ |
[7]
‘फलता-फूलता , खिलता , चमकता परिवार प्रेम की परिकाष्ठा है ‘,
‘प्रेम का अभाव – तनाव का शिकार बना कर अवनति कराता है ‘ |
[8]
‘खाने में कमी निकाल कर धुरंधर बनते हो जनाब ‘,
‘मुर्गी अपनी जान से गयी खानेवाले का ज़ायका गायब ‘|
[9]
“बेसब्री इतनी है कि इंसान सकून से कोसों दूर हो गया है “,
“शांति-पथ पर चलता ही नहीं यही कलियुग कि छाया है “|
[10]
‘हिम्मत से डटे रहे तो हार ‘निश्चित जीत में बदल जाएगी’ ,
‘जो चपल लहरों से घबरा गया , नैया पार करते नहीं देखा |’