[1]
‘हर पल में प्यार’,’हर छण में खुशी छिपी है’,भूल गए तो याद बनकर रह जाएगा सब कुछ’ ,
‘ प्यार में जीना ही जीवन का नाम है’ ,’वर्तमान को साकार कर ‘, ‘जीने का ढंग सीख जा ‘|
[2]
‘जमाना बदल गया’,’ सारी फिज़ाएँ बदल गयी ‘,’आयाम बदल गए’,
‘आओ चलो हम भी बदल जाएँ’, ‘वरना नया अवाम बदल देगा हमें ‘|
[3]
‘क्रोध वो ज्वाला है जो समझाने पर भी समझने नहीं देती ‘,
‘महाभारत का द्रष्टांत सामने है ,क्रोध आसानी से घटता ही नहीं ‘|
[4]
‘दीपक नहीं बोलता , उसका प्रकाश ही उसका अहसास कराता है ‘,
‘समर्द्ध आदमी नहीं बताता ,’उसकी उपलब्धियां बयान करती हैं ‘|
[5]
‘अच्छा रिस्ता कहता है हर उलझन में मैं तुम्हारे साथ हूँ’,
‘मधुर रिस्ता कहता है जब मैं तुम्हारे साथ हूँ,उल्झनों को आने नहीं दूंगा ‘|
[6]
‘जब कोई मुक़ाबला ‘ ‘ किसी सहयोग में बदल जाए ‘,
‘समझ लो अब ‘उत्सव’ मनाने का मौसम आ गया ‘|
[7]
‘जब जन्म लिया है तो फिर साँसे क्यों गिन रहे हो ‘?
‘जीने का शौक भी रखिए जनाब’, ‘शमशान तो जाना ही है ‘|
[8]
‘कोई अपना टूटा नज़र आए’ ,
‘उसे प्यार से जोड़ना सीखो ‘,
‘रिस्ता बनाए रखने में कसर मत छोड़ो’ ,
‘रूठने मत देना उसे ‘|
[9]
‘वादा वो करो जो निभा सको’ ,
‘औकात में रहो सदा ‘,
‘बिना गिराए औरों को’ ‘ आसमान
छूने की तमन्ना रख ‘|
[10]
‘जन्म-म्रत्यु तो प्रभु के हाथ है’ ,’पर जीने का सलीका तुम्हारे पास है ‘,
‘स्वस्थ रहो ‘, ‘ मस्त रहो ‘,’ प्रसन्न रहो ‘ ,’ दर्द को भूलते जाओ ‘|