“”मुस्कुराइए बस मुस्कुराइए”” !
“आपके स्वास्थ्य हेतु एक चर्चा समर्पित है ” !
जरूर पढ़ें और आनंद लें !
जिस पल आपकी मृत्यु हो जाती है , उसी पल से आपकी पहचान एक *बॉडी* बन जाती है ।
अरे
“बॉडी” लेकर आइये ,
“बॉडी” को उठाइये ,
“बॉडी” को सुलाइये,
ऐसे शब्दो से आपको पुकारा जाता है , वे लोग भी आपको आपके नाम से नहीं पुकारते ,
जिन्हे प्रभावित करने के लिये आपने अपनी पूरी जिंदगी खर्च कर दी ।
इसीलिए
इधर उधर से ज्यादा इक्कठा करने की जरूरत नहीं है ।
इसीलिए
अच्छे से कमाओ , अच्छे से खाओ , और अच्छे से सोने का आनंद लेते रहो |
इसीलिए
जीवन मे आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करें ….
अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा कीजिये ।……
इतना हंसिये के पेट दर्द हो जाये ।….
आप कितना भी बुरा नाचते हों ,
फिर भी नाचिये ।……
उस खुशी को महसूस कीजिये ।……
फोटोज के लिये पागलों वाली पोज दीजिये ।……
बिलकुल छोटे बच्चे बन जाइये ।
क्योंकि मृत्यु जिंदगी का सबसे बड़ा लॉस नहीं है ।
लॉस तो वो है
के आप जिंदा होकर भी आपके अंदर जिंदगी जीने की आस खत्म हो चुकी है ।…..
हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते हैं ।
“जिंदगी है छोटी,” हर पल में खुश हूं,
“काम में खुश हूं,” आराम में खुश हूँ ,
“आज पनीर नहीं,” दाल में ही खुश हूं ,
“आज गाड़ी नहीं,” पैदल ही खुश हूं ,
“दोस्तों का साथ नहीं,” अकेला ही खुश हूं,
“आज कोई नाराज है,” उसके इस अंदाज से ही खुश हूं,
“जिसको देख नहीं सकता,” उसकी आवाज से ही खुश हूँ,
“जिसको पा नहीं सकता,” उसको सोच कर ही खुश हूँ ,
“बीता हुआ कल जा चुका है ,” उसकी मीठी याद में ही खुश हूँ ,
“आने वाले कल का पता नहीं,” इंतजार में ही खुश हूँ ,
“हंसता हुआ बीत रहा है पल ,” आज में ही खुश हूँ ,
“जिंदगी है छोटी,” हर पल में खुश हूँ ,
अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना,
वरना मै तो बिना जवाब के भी खुश हूँ ..!!