‘हर परिस्थिति का सामना’ ‘करने की कवायद सीखो ‘ ,
‘टूट गए तो समझो ‘ ,’ घर के रहे न घाट के रहे ‘,
‘भगवान की मूरत टूटते ही ‘, ‘बाहर फैक देते हैं लोग ‘,
‘तू बता किस खेत की मूली है ‘?’ औकात क्या है तेरी ‘ ?
‘हर परिस्थिति का सामना’ ‘करने की कवायद सीखो ‘ ,
‘टूट गए तो समझो ‘ ,’ घर के रहे न घाट के रहे ‘,
‘भगवान की मूरत टूटते ही ‘, ‘बाहर फैक देते हैं लोग ‘,
‘तू बता किस खेत की मूली है ‘?’ औकात क्या है तेरी ‘ ?
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