सीतारमण का जन्म दत्रिण भारत के तमिलनाडू में हुआ था। निर्मला के पिता का नाम नारायण सीतारमण था। निर्मला ने पहले बीए और फिर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री हासिल की थी। इसके अलावा निर्मला ने इंडो-यूरोपियन टेक्सटाइल ट्रेड विषय पर पीएचडी भी की है।
2006 में बीजेपी में हुईं शामिल:
निर्मला सीतारमण साल 2006 में बीजेपी में शामिल हुईं थीं। निर्मला को बीजेपी की सबसे अच्छी प्रवक्ता माना जाता रहा है। उन्होंने बीजेपी में रहते हुए अपनी छवि को निखारा और लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। आखिरकार ईमानदार छवि का उन्हें फायदा मिला और साल 2014 में उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया।
साल 2010 में पहली बार बनीं थी बीजेपी की प्रवक्ता:
निर्मला के पति डॉ. पराकाला प्रभाकर आंध्र पदेश इकाई में बीजेपी के प्रवक्ता रह चुके हैं। इसी दौरान निर्मला ने भी बीजेपी में धीरे-धीरे अपनी पहुंच बनाई और लोकप्रियता की सीढ़ियां चढ़ती चली गईं। साल 2010 में निर्मला के टैलेंट को पहचानते हुए नितिन गडकरी ने निर्मला को बीजेपी का प्रवक्ता बना दिया।
मोदी मंत्रिमंडल में कई अहम पद संभाले:
प्रवक्ता के अलावा निर्मला ने बीजेपी की तरफ से कई बड़े और अहम पद संभाले। इस दौरान उन्होंने 26 मई, 2016 को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय राज्य मंत्री (इंडिपेंडेंट चार्ज) का जिम्मा संभाला। इसके अलावा वो वित्त और कॉर्पोरेट अफेयर्स में राज्य मंत्री भी रहीं।
साफ है भारत में जहां महिलाओं को घर तक ही सीमित रखा जाता है उस देश में निर्मला सीतारमण को देश का सबसे अहम पद दिया जाना इस बात का सबूत है कि भारत में महिलाओं के प्रति लोगों की सोच बदल रही है। महिलाएं भी आज देश के विकास में उतना ही योगदान दे रहीं हैं जितना की एक पुरुष देता है। मोदी मंत्रिमंडल में कई महिला मंत्री हैं। सुषमा स्वराज, उमा भारती, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी जैसी मंत्रियों ने देश का मान तो बढ़ाया ही है इसके अलावा उन्होंने देश की बेटियों को ये संदेश भी दिया है कि आज के युग में बेटियां किसी से भी पीछे नहीं हैं।