अब नेताओ की खैर नही
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर हुई है , इसे आपके आकलन के लिए भेज रहे है ..
प्रिय / सम्मानित भारत के नागरिकों..
आपसे इस संदेश को पढ़ने का अनुरोध किया जाता है और अगर सहमत हैं , तो कृपया अपनी संपर्क के सभी लोगों को भेजे और बदले में उनमें से प्रत्येक को भी आगे भेजने के लिए कहें । तीन दिनों में , पूरे भारत में यह संदेश होना चाहिए ।
भारत में हर नागरिक को आवाज उठानी चाहिए ___
2018 का सुधार अधिनियम___-
[1]
सांसदों को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि राजनीति कोई नौकरी या रोजगार नही है बल्कि एक निःशुल्क सेवा है ।
{2|
राजनीति लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत एक चुनाव है , इसकी पुनर्निर्माण पर कोई सेवानिवृत्ति नहीं है , लेकिन उन्हें फिर से उसी स्थिति में फिर से चुना जा सकता है । ( वर्तमान में उन्हें पेंशन मिलती है सेवा के 5 साल होने पर )।
इसमें एक और बड़ी गड़बड़ी यह है कि अगर कोई व्यक्ति पहले पार्षद रहा हो , फिर विधायक बन जाए और फिर सांसद बन जाए तो उसे एक नहीं , बल्कि तीन-तीन पेंशनें मिलती हैं । यह देश के नागरिकों साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है जो तुरंत बंद होना चाहिए ।
{3}
केंद्रीय वेतन आयोग के साथ संसद सदस्यों सांसदो का वेतन भत्ता संशोधित किया जाना चाहिए और इनको इनकम टैक्स के दायरे में लाया जाए। ( वर्तमान में वे स्वयं के लिए मतदान करके मनमाने ढंग से अपने वेतन व भत्ते बढा लेते हैं और उस समय सभी दलों के सुर एक हो जाते हैं ।
{4}
सांसदों को अपनी वर्तमान स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली त्यागनी चाहिए और भारतीय जन-स्वास्थ्य के समान स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में भाग लेना चाहिए । इलाज विदेश में नही भारत मे होना चाहिए इनका , अगर विदेश में करवाना है तो अपने खर्च से करवाएँ , अन्यथा मर जाएँ।
{5}
मुफ्त छूट , राशन , बिजली , पानी, फोन बिल जैसी सभी रियायत समाप्त होनी चाहिए । ( वे न केवल ऐसी बहुत सी रियायतें प्राप्त करते हैं बल्कि वे नियमित रूप से इसे बढ़ाते भी रहे हैं )
{6}
अपराधी नेताओं को चुनाव लड़ने से रोका जाए , संदिग्ध व्यक्तियों के साथ दंडित रिकॉर्ड , अपराधिक आरोप और दृढ़ संकल्प , अतीत या वर्तमान को संसद से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए |
{7}
कार्यालय में राजनेताओं के कारण होने वाली वित्तीय हानि , उनके परिवारों, नामांकित व्यक्तियों , संपत्तियों से वसूल की जानी चाहिए ।
{8}
सांसदों को भी सामान्य भारतीय लोगों पर लागू सभी कानूनों का समान रूप से पालन करना चाहिए ।
{9}
नागरिकों द्वारा एलपीजी गैस सब्सिडी का कोई समर्पण नहीं जब तक सांसदों और विधायकों को उपलब्ध सब्सिडी , संसद कैंटीन में सब्सिडी वाले भोजन , सहित अन्य रियायतें वापस नहीं ले ली जाती ।
{10}
संसद में सेवा करना एक सम्मान है , लूटपाट के लिए एक आकर्षक करियर नहीं
{11}
फ्री रेल और हवाई जहाज की यात्रा की सुविधा बंद हो । आम आदमी क्यो उठाये इनकी मौज मस्ती का खर्च ?
क्या आपको नहीं लगता कि यह मुद्दा उठाने का सही समय है ?
जयहिन्द | वन्देमातरम् | भारत माता की जय हो |