प्यार में क्या चाहती है स्त्री—एक अभिव्यक्ति
प्यार एक ऐसा खूबसूरत एहसास है , जो हर इंसान के दिल के किसी न किसी कोने में बसा होता है । इस एहसास के जागते ही कायनात में जैसे चारों ओर हजारों फूल खिल उठते हैं जिंदगी को जीने का नया बहाना मिल जाता है । स्त्री के जीवन में प्यार बहुत मायने रखता है । प्यार उसकी सांसों में फूलों की खुशबू की तरह रचा-बसा होता है , जिसे वह ताउम्र भूल नहीं पाती ।
शायद जब इस संसार की रचना हुई होगी और धरती पर पहली बार आदम और हौवा ने धरती पर कदम रखा होगा , तभी से औरत ने आदमी के साथ मिल कर जिंदगी़ की मुश्किलों से लडते हुए साथ मिल कर रहने की शुरुआत की होगी और वहीं से उसके जीवन में पहली बार प्यार का पहला अंकुर फूटा होगा। प्रेम एक ऐसी अबूझ पहेली है , जिसके रहस्य को जानने की कोशिश में जाने कितने प्रेमी दार्शनिक , कवि और कलाकार बन गए ।
एक बार प्रेम में डूबने के बाद व्यक्ति दोबारा उससे बाहर नहीं निकल पाता । स्त्रियों का प्रेम पुरुषों के लिए हमेशा से एक रहस्य रहा है । कोई स्त्री प्यार में क्या चाहती है , यह जान पाना किसी भी पुरुष के लिए बहुत मुश्किल और कई बार तो असंभव भी हो जाता है |