(1)
‘लफ्ज ही होते हैं’ ‘ इंसान का आईना ‘ , ‘शक्ल का क्या ‘ ?
‘वी तो ‘उम्र ‘ और ‘ हालात ‘ के साथ ‘ अक्सर बदल जाती है ‘ |
(2}
‘सोने के सौ टुकड़े करो ‘ , ‘कीमत कम नहीं होती कभी ‘ ,
‘इज्जत वालों को कितना सताओ’,’ इज्जत कम नहीं होती ‘ |
(3)
‘कुछ बोलने’ और ‘ तोड़ने मे’ ‘ केवल एक पल लगता है ‘ ,
‘जबकि ‘बनाने ‘ और ‘ मनाने ‘ में , ‘पूरा जीवन लग जाता है ‘ |
(4)
‘ प्रेम ‘ सदा ‘माफी मांगना ‘ ही ‘ पसंद करता है ‘ ,
‘और अहंकार ‘ सदा ‘माफी सुनना’ ‘ पसंद करता है’ |