{1}
” सूर्य भगवान को छिपते हुए देख कर एहसास करो कि किस प्रकार एक दिन महा- शक्तियों का वैभव भी समय आने पर नष्ट हो जाता है | आपके ह्रदय में ‘पूर्ण विवेक’ , ‘स्थायी सुख ‘ , ‘संतोष का भाव’ व ‘ अनंत – शांति ‘ स्थापित हो जाएगी “|
{2}
” ईश्वर ने जिसे जीवन दिया है वह निश्चित ही जिएगा , कोई भी उसे मार नहीं सकता ” |
{3}
” सदा निर्भय , निःसंकोच व ग्लानि रहित हो कर विघ्नों का सामना करो , अपने मनोबल को ऊंचा बनाए रक्खो | एक वीर का जीवन जीने का प्रयास करो ” |
{4}
” जब- जब कल्याण के काम किए जाते हैं तो व्यक्ति को केवल अपने हितों को ही नहीं देखना होता है बल्कि दूसरों के हितों का भी ख्याल रखना होता है तभी वह कर्म – सत्कर्म कहलाएगा “|