‘दुनिया मे”चाहे कितनी भी ‘उठा -पठक’ होती रहे ,
‘समय’ ‘अपनी गति से”भागता ही रहता है’ ,
‘खोयी दौलत’भूली विद्या’,’खोया हुआ स्वास्थ्य’,
फिर ‘किसी न किसी तरह”लौट कर आ सकता है’,
‘पर खोया हुआ ‘ ‘समय’ क’भी लौट कर नहीं आता’ ,
दोस्तों-‘खुश रहना चाहते हो’,तो ‘समय-बर्बादी”बंद करो’|
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[1] जरा सोचोकुछ ही ‘प्राणी’ हैं जो सबका ‘ख्याल’ करके चलते हैं,अनेक…
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शुद्ध सुविचार जीवन के आधार हैं , जरा सोचें
जरा सोचो ‘हवा में लट्ठ’ बहुत चला लिया, कुछ ‘काम की बात’ भी करो,… -
*विश्व का सबसे बड़ा व ‘ वैज्ञानिक समय गणना तंत्र ‘ हमारे ऋषि द्वारा प्रतिपादित*
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‘दूसरों की खुशी’ में ‘अपनी खुशी’ ढूँढता हूँ , ‘इंसानियत’ से भरा इंसान हूँ |
[1] जरा सोचो खुल कर ‘ हंसो ‘ , दहाड़ कर ‘ हंसो ‘ , मौका मिल…
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