Home ज़रा सोचो “समझिए क्या हो रहा है अपने देश में “

“समझिए क्या हो रहा है अपने देश में “

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हमारे  देश  में
‘जब  बैंक’ सरकार  के  कानून  धता  कर, अपनों  को ‘दौलत’ लुटाते  हैं,
‘धन  की  लूट  का  दूध’ रोज  पिलाते  हैं ,  तो  हम  क्यों   नहीं   पिए`,
‘हराम  का  हलवा ‘ किस  को  बुरा  लगेगा , वह  तो  कोई   बताएं ,
‘देश’  को  खूंटी  पर  टांग   कर ,  हम  सभी ‘ माल्या’  बन  गए  हैं  अब’ !
[2]
हमारे देश में
‘ भारत  माता  की  जय ‘ बोल  दिया , तो  ‘ हिंदुस्तानी  हिंदू’  हो   गया ,
‘अगर ‘मादरे वतन’  कोई  कह  गया, तो  ‘मुसलमान पाकिस्तानी’ हो  गया,
‘ अजीब  दास्तां  है  मेरे  देश  की , यही  शिकंजा  कस  रहा  है  आजकल,
‘किसी  को ‘राम- राम’ कहो  या  ‘सलाम’  कहो ,दोनों  सम्मान  देते  हैं’ !
[3]
हमारे देश में
‘कोई  ‘देश ‘  की  तरफ ‘आंख ‘ न  उठाए, ‘दुश्मनों’ को  लताडना  सीखो,
‘अगर  अभी  नहीं  जागे , आतंकी  हमलों  का  दर्द  झेलना  ही  होगा ,
‘गद्दारों ‘ को  ढूंढ-ढूंढ  कर,’सख्त  सजा’ देने  का ‘साहसिक-कदम’ उठाओ,
‘ भयंकर  चुनौतियों ‘  से  निपटने  के ‘ब्रह्मास्त्र ‘ का  प्रयोग  बेहद  जरूरी  है, !
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