*कामयाब’ व्यक्ति की* *सिर्फ ‘चमक’ लोगों को* *दिखाई देती है*।
*उसने कितने ‘ अंधेरे ‘ देखे हैं , ** यह कोई नहीं जानता..*
*यदि सपने सच नहीं हो तो**रास्ते बदलो..सिद्धान्त नहीं*।
*क्योंकि* *पेड़ हमेशा पत्तियाँ बदलते हैं…**जड़ें नहीं * *
*कामयाब’ व्यक्ति की* *सिर्फ ‘चमक’ लोगों को* *दिखाई देती है*।
*उसने कितने ‘ अंधेरे ‘ देखे हैं , ** यह कोई नहीं जानता..*
*यदि सपने सच नहीं हो तो**रास्ते बदलो..सिद्धान्त नहीं*।
*क्योंकि* *पेड़ हमेशा पत्तियाँ बदलते हैं…**जड़ें नहीं * *
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