
‘सदा याद रक्खे’ – ‘तुम किस दिशा’ मे और ‘किस गति ‘ से बढ़ रहे हो ?
‘विषय’ ‘कितना भी कठिन हो’, ‘पूरी तैयारी ‘ से बढ़ो, ‘कठिनाई ‘नहीं होगी |
‘सदा याद रक्खे’ – ‘तुम किस दिशा’ मे और ‘किस गति ‘ से बढ़ रहे हो ?
‘विषय’ ‘कितना भी कठिन हो’, ‘पूरी तैयारी ‘ से बढ़ो, ‘कठिनाई ‘नहीं होगी |
‘कामयाबी पर गुमान’ , ‘शेर-दिल ‘ को भी ‘गुमनामी मे ‘ धक…
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