‘ ज्ञान ,ध्यान,तपस्या , प्रेम ‘ ‘जैसे रत्न सदैव हमारे साथ होते हैं ‘ ,
‘अपने शरीर को इन गुण-रूपी रत्नों से सजाओ ‘, ‘ तर जाओगे ‘,
‘अन्य रत्न’ , ‘रत्न नहीं होते’ , ‘दोष हैं तुम्हारे ‘, ‘मरते ही साथ छोड़ देंगे ‘ ,
‘ जो रत्न जन्म-जन्मांतर साथ देते हैं ‘ , ‘उनको वरण करो केवल ‘ |