[1]
‘हर जरूरत पर जागे रहे तो’सुख’ स्वम मिलता जाएगा ‘,
‘आलस्य का प्रसाद’ अंधकार मेंधकेले बिना नहीं रुकता ‘|
[2]
‘सत्य’ एक अच्छे इंसान की पहचान का पक्का सबूत है ‘,
‘झूठ’ फौरी आराम है परं तु इसका प्रभाव सिर्फ दर्द देता है ‘|
[3]
‘न मस्त रहते हो ‘,’न व्यस्त रहते हो’,
‘पस्त’ होना निश्चित समझ ‘,
‘चाहे जिस पाले में खटिया बिछा,
‘रोटी’ कुछ करके ही मिल पाएगी’|
[4]
‘विश्वास’ का दीपक जलाए रख ,’भटकने की जरूरत नहीं ‘,
‘अकर्मा ‘ बना रहा तो कौन पालेगा तुझे , सोचो जरा ‘|
[5]
‘जब चुनौतियों से लड़ेगा तो गिरेगा भी,
‘पर हारेगा नहीं ‘,
‘साहस’ के सामने अनेकों बार’ ,
‘पत्थर’ भी खूब टूटे हैं ‘|
[6]
‘किसी को इज्जत दे या धोखा’ ,
‘वैसा ही मिल जाएगा ‘,
‘बदनियती का व्यवहार’ किसी को,
‘आराम से सोने नहीं देता ‘|
[7]
‘काले धन के कुबेरों से अब,
‘अमीरी की जांच होतीं है ‘,
‘दिले नादां’ कितना भी पाक हो ,
‘कूडे में डाल देते हैं ‘|
[8]
‘कथा सुनाई’-‘इंसान न कुछ ले कर आया था न लेकर जाएगा ‘,
‘कथा समाप्त होते ही,पंडितजी -‘सब कुछ ले कर चलते बने’ गजब !
[9]
‘तनहाई’ अच्छी नहीं होती,
‘किसने कह दिया जनाब ,?
‘तनहाई’ ही हमें हमसे मिलाती है ,
‘बाकी फुर्सत कहाँ ‘?
[10]
‘चुनाव आते ही नकली भाई-चारा,
‘जिंदा हो जाता है ‘,
‘हमें मिलजुल कर ही रहने दो ,
‘इसमें ही भलाई है ‘|