‘जिस मित्र की संगत करने से ‘ ‘ मन में सुविचार ही आयें ‘,
‘जिस गुरु की प्रेरणा से ‘ ‘ हमारे चरित्र का’ ‘ आधार ही बदल जाए’ ,
‘जिस परिवार के संस्कार ‘ ‘हर प्राणी के लिए’ ‘ दर्पण का काम करें ‘ ,
‘ऐसे वातावरण की सुगंध ‘ ‘ पाने के लिए लालायत रहो सदा ‘|
‘जिस मित्र की संगत करने से ‘ ‘ मन में सुविचार ही आयें ‘,
‘जिस गुरु की प्रेरणा से ‘ ‘ हमारे चरित्र का’ ‘ आधार ही बदल जाए’ ,
‘जिस परिवार के संस्कार ‘ ‘हर प्राणी के लिए’ ‘ दर्पण का काम करें ‘ ,
‘ऐसे वातावरण की सुगंध ‘ ‘ पाने के लिए लालायत रहो सदा ‘|
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