[1]
‘दूसरों की श्रेष्ठता’ धारण करते रहने से, मनुष्य गरिमामय होता है,
‘उत्तमता को विसारना’, आलस्य व आत्महीनता का परिचायक है’ !
[2]
‘बिना संघर्ष किए अगर मिलता रहा, तो ‘अपंग’ ही रह जाओगे,
‘कठिन पलों को स्वीकारो, यह मजबूरी नहीं, मजबूती का आधार है’ !
[3]
‘जिसने भी मन नियंत्रित कर लिया , ‘ उसे ‘शोक ‘ सता नहीं पाया,
‘जो कमजोर, दबा-कुचला, शोषित, समझता रहा,’बेमौत ही मारा गया’ !
[4]
‘प्रभु कृपा कर दो, ‘जगत के सारे सुख मिल जाएं, ‘ ‘यह उपासना नहीं’,
‘सिंहासन झूठे , रिश्ते – रेत की दीवार, भोग तुल्य है , ‘होश में आ जा’ !
[5]
हमारे देश में [1]
‘आजकल अपराधियों के सफाए में जुटी पुलिस, अपराध जगत का हिस्सा बन रहे हैं,
‘रातो रात अमीर बनने के लालच में वे लोग , अपराधी सरगना के मोहरे बने बैठे हैं ,|
[2]
‘ जो जनता की नजर में नायक थे , खलनायक हो गए,
‘ पदक विजेता के भीतर भी आतंक के रक्तबीज पाए गए,
[3]
‘अपना कौन पराया कौन’ पहचानना बहुत टेढ़ी खीर है,
‘देशभक्ति और हमदर्दी’ में भी गद्दारी, समझ नहीं आती,
[4]
‘देश के ‘रक्षक ही भक्षक’ , गजब हवा है देश की,
‘ किस भरोसे देश चलता है , खुदा जाने ‘ !
[6]
‘कमियां हर जगह मौजूद हैं, ‘जानकारी और दूर करने की कवायद चाहिए,
‘ सुझाव , अनुरोध , सिफारिश , और सुधार से न कतराएं , बस आगे बढ़ें ‘ !
[7]
‘जब राष्ट्र की प्रगति का प्रश्न हो, ‘देशद्रोह की भावना’ उचित कहां ?
‘माहौल कुछ ऐसा रहे, ‘पक्ष’ और ‘विपक्ष’ को ‘निष्पक्ष’ रहना चाहिए’ !
[8]
हमारे देश में [ए]
भारत बंद का आयोजन, हड़ताल, खुद का नुकसान, गाल पर तमाचा है,
बैंक आपका, रुपया आपका, राष्ट्र आपका, आप ही हड़ताल पर, गजब |,
{बी]
अस्पताल ,डॉक्टर ,नर्स, आपके, कॉलेज, शिक्षक, छात्र आपके, आप हड़ताल पर,
मकान, दुकान, मेज, कुर्सी आपकी, फिर भी खुंदकबाजी, धन्य है ऐसी देशभक्ति !