



*एक पुजारी और नाईं दोनों मित्र थे। नाईं हमेशा पुजारी से कहता है -*
*”ईश्वर ऐसा क्यों करता है, वैसा क्यों करता है ? यहाँ बाढ़ आ गई,
वहाँ सूखा हो गया, यहाँ दुर्घटना हुई, यहाँ भुखमरी चल रही है, नौकरी
नहीं मिल रहीं। हमेशा लोगों को ऐसी बहुत सारी परेशानियां देता रहता है।”*
*उस पुजारी ने उसे एक आदमी से मिलाया जो भिखारी था, बाल बहुत बड़े
थे, दाढ़ी भी बहुत बड़ी थी। उसने नाईं को कहा – “देखो इस इंसान को जिसके
बाल बड़े हैं, दाढ़ी भी बहुत बढ़ गयी है। तुम नाईं हो तुम्हारे होते हुए ऐसा क्यों है ?”*
*नाईं बोला – “अरे उसने मेरे से संपर्क ही नहीं किया।”*
*पुजारी ने भी बताया यही तो बात है जो लोग ईश्वर से संपर्क करते हैं उनका दुःख
खत्म हो जाता है। लोग संपर्क ही नहीं करते और कहते हैं दुःखी हैं ।” जो संपर्क करेगा
वो दुःख से मुक्त हो जाएगा।”*
*ईश्वर से सम्पर्क करने का नम्बर नीचे लिखा है -* 

हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।_*
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे |





