‘शब्दों में वो ताकत है ‘ , ‘ दिल की तोड़ सकते हैं ‘,’जोड़ सकते हैं ‘,
‘शर्मिंदा कर सकते हैं ‘, ‘ सहानुभूति से आत्म-विभोर कर सकते हैं ‘,
‘सम्बन्धों को तोड़ सकते हैं ‘,नए/टूटे सम्बन्धों का पुल बन सकते हैं ,’
‘सपनों को सज़ा सकते हैं ‘, ‘जीवन में ऊर्जा पल्लवित कर सकते हैं ‘,
अपने बोलते समय के शब्दों के भंडार का,’ ‘ सद -उपयोग करना सीखो ‘,
‘ये वो तीर हैं’ ‘ जो तरकस से बाहर निकलने के बाद ‘,’ वापिस नहीं आते ‘|