(1) ‘ इंसान के व्यक्तित्व का निर्माण’,’उनका रंग’,’शरीर”कपड़े”नहीं करते’ ,
‘व्यक्तित्व का निर्माण’तो ‘मनुष्य के विचार’ और ‘उसका आवरण’करता है |
(2) ‘हमारे जीवन में ‘संघर्थ’वह ईमारत है’,’जिसकी सचमुच जरूरत है ,
‘अगर बिना कुछ करे’ ‘सब कुछ पाने लगे’,तो ‘हम अपंग ही हो जाएंगे’ |