
‘वर्तमान’ को ‘सुधारो’ तो ‘ भविष्य ‘ ‘स्वम सुधरता’ है ,
‘जीवन’ को ‘ सुधारो ‘ तो ‘ मृत्यू भी’ ‘ सुधरती ‘ है |
‘वर्तमान’ को ‘सुधारो’ तो ‘ भविष्य ‘ ‘स्वम सुधरता’ है ,
‘जीवन’ को ‘ सुधारो ‘ तो ‘ मृत्यू भी’ ‘ सुधरती ‘ है |
‘कामयाबी पर गुमान’ , ‘शेर-दिल ‘ को भी ‘गुमनामी मे ‘ धक…
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