Home ज़रा सोचो ‘वरिष्ठ नागरिकों ‘ के लिए जीवनोपयोगी सुझाव |

‘वरिष्ठ नागरिकों ‘ के लिए जीवनोपयोगी सुझाव |

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वरिष्ठ   नागरिकों   के   लिए    जीवनोपयोगी   सुझाव :
▪जब  आप  बूढ़े  हो  जाएं ,  कभी  भी  किसी  को  कुछ  न  सिखाएं ,  भले  ही  आपको  यकीन  हो  कि  आप  सही  हैं ।
▪जब  तक  अनुरोध  न  किया  जाए ,  मदद  करने  की  कोशिश  न  करें ।
▪खुद  को  किसी  पर  थोपें  नहीं ।
▪ अपने  प्रियजनों  को  दुनियां  के  सभी  दुर्भाग्यों  से  बचाने  की  कोशिश  न  करें,  यह  कार्य   प्रभु   स्वम  करते  हैं  ।
बस  उन्हें  प्यार  करें ।
▪ अपने  स्वास्थ्य,  अपने  पड़ोसियों ,  अपनी  सेवानिवृत्ति  के  बारे  में  शिकायत  न  करें  ।
▪ बच्चों  से  आभार  की  कभी  अपेक्षा  न  करें ।
▪ कोई  बच्चे  कृतघ्न  नहीं  हैं ,  केवल  बेवकूफ  तो  माता-पिता  हैं ,  जो  अपने  बच्चों  से ‘ कृतज्ञता’  की  उम्मीद  करते  हैं  ।
▪ अपने  पैसों  को  एंटी-एज  ट्रीटमेंट  पर  बर्बाद  न  करें ।  यह  किसी  काम  का  नहीं ।  इसे  एक  अच्छी  यात्रा  पर  खर्च  करें ।
▪ अपने  जीवनसाथी  की  देखभाल  करें ,  भले  ही  वह  एक  झुर्रीदार ,  असहाय  और  मूडी  व्यक्ति  हो ।  मत  भूलो  कि  वह  /
वह  एक  वक्त  युवा  थी ,  अच्छी  और  हंसमुख  थी  ।  हो  सकता  है  अब  वह  केवल  एक  ही  वो  है  जो  वास्तव  में   अब
आपको  चाहिए  और  उसको  आपकी  जरूरत  है  ।
▪ तकनीकों  को  समझें,  नए  नियम  व  समाचारों  का  पालन  करें ,  लगातार  कुछ  नया  अध्ययन  करें ,  समय  के  साथ  चलें ,
पीछे  न  रहें ।
▪ जीवन  में  या  अपने  बच्चों  के  जीवन  के  लिए  जो  कुछ  भी  हुआ  उसके  लिए  खुद  को  जिम्मेदार  न  समझें  और  दोष  न
दें ,  आपने  वह  सब  किया  जो  आप  कर  सकते  थे ।
▪ अंत  तक  किसी  भी  स्थिति  में  अपनी  गरिमा  को  बनाए  रखें ।
▪ सबसे  अच्छे ,  मेरे  वरिष्ठ  साथियों ,
यह  बहुत  महत्वपूर्ण  है।  याद  रखें , यदि  आप  जिंदादिल  है ,  अभी  भी  जीवित  हैं ,  किसी  को  आपकी  जरूरत  है  ।
▪ मुझे  लगता  है  कि  कुछ  दोस्त  पहले  से  ही  इन  बातों  व  युक्तियों  का  पालन  कर  रहे  हैं ।
*शुभकामनाएं*
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