‘प्यारी बातें करने से ‘ ‘रिस्तों में मजबूती का पुल बनता है’ ,
‘उदासीनता व ठंडापन’ ‘रिस्तों को’ ‘ दीमक की तरह खा जाता है ‘,
‘रोमांटिक पलों को हाथ से फिसलने न दें ‘, ‘पूरा आनंद लें ‘ ,
‘झूठ न बोलें ‘, ‘बात छिपाने पर ‘ ‘ रिस्तों में दूरी बढ़ती है ‘ ,
‘गलतफहमी होते ही ‘ ‘ आपसी विश्वास में कमी आ जाती है’ ,
‘त्याग और समर्पण’ ‘ दोनों ज़रूरी हैं ‘, ‘तभी रिस्ते संभलते हैं ‘ |