Home कविता “मौत की घड़ी को आते नहीं देखा “

“मौत की घड़ी को आते नहीं देखा “

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“शक    के   रोगी    का    उपचार’   ‘ कभी    होते    नहीं    देखा ” ,

“सूरज   कभी   शाम   को   निकलता   हो” , ” कभी  नहीं  देखा ‘,

‘भयंकर   से    भयंकर    बीमारी   का’  ‘ इलाज़  तो  होते  देखा ‘,

‘मौत  कब  दस्तक  दे  जाए ‘, ‘उस  घड़ी  को  आते  नहीं  देखा ‘|

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