‘लोग प्रातः चढ़ते सूर्य की नमस्कार व प्रणाम करते हैं ‘ ,
‘डूबते सूर्य को देख दरवाजे , खिड़कियाँ बंद कर लेते हैं ‘,
‘मोदी जी’ , ‘शिखर पर हो ‘ ,’सख्त कानून , तुरंत उसका प्रयोग ‘,
‘तुरंत दोषी को सज़ा की’ , ‘अब देश की हकीकत में जरूरत है’ ,
‘देश वासियों का चरित्र’,’पतन का निम्नस्तर प्रदर्शित करता है’ ,
‘महाभारत का अर्जुन बन’ , ‘पापियों के विनाश की लीला रच’ ,
‘कुछ सरकारी मशीनरी’ , ‘कुछ पुलिस’ , ‘सबसे बड़ी रुकावट है’ ,
‘ये दोमुहें’ ‘अधिक्रतर देश के कलंक हैं’,’कलाबाजी से बाज़ नहीं आते ‘,
‘यदि शिखर पर हो कर भी’ ‘आप कामयाब नहीं होते’ ,’देश बिखरने लगेगा’ ,
“योगी जैसे जीवट और ढूंढो देश मे ‘,’तभी देश का कल्याण संभव है ‘ |