{!} ‘मैं क्या कहूँ ‘ ?’ कैसे कहूँ ‘ ? ‘किससे कहूँ ‘- ‘अपने मन की बात ‘ ?
‘ मैं ही जालिम प्राणी हूँ जिसने ‘ –‘ नींदे चुराये आपकी ‘ |
{2} ” तुम कोई ‘मिसरा ‘ नहीं ” , ‘ पूरी गजल ‘ हो जाने मन ,
‘ गर ख्वाब में भी आ गए ‘ , ” पूरी गजल ” लिख जाऊंगा |
{3} ‘ जाने- अनजाने मेरी फितरत है ‘, ‘ तेरे घर में घुस जाऊंगा ‘,
‘ जितना भुलाओगे मुझको उतना’ ,’ तेरे दिल में उतर जाऊंगा ‘|