[1]
‘ये भी मेरा वो भी मेरा’,
‘इस जिददों जहद में जी रहे हैं हम ‘,
‘एक दिन मिट्टी में मिल जाएंगे ,
‘नामों – निशा नहीं होगा ‘|
[2]
‘बिना कुछ किए गोल गप्पे चाहिए’ ,
‘कभी ऐसा नहीं होता ,’
‘अपना साया भी धूप में जलने पर ही’ ,
‘दिखाई देता है ‘|
[3]
‘जिन्होने मेरे लिए अपना कीमती समय
लगाया है ‘शुक्रिया उनका ,’
‘हे दाता !कयामत तक उन फरिस्तों की”
‘दुनियाँ को आबाद कर देना’|
[4]
‘कुछ भी गलत कहे कोई’ ,
‘मुस्करा कर भूल जाना चाहिए ,’
‘जब थूक ऊपर उछलता है ,’
‘खुद को बचाना भारी है ‘|
[5]
‘तुम लंबी उम्र जिये यह कोई खास बात नहीं है ,’
‘कितने जीवट हो कर जीये,इस बात में दम है ‘|
[6]
‘अच्छी बात को भी नहीं मानते और
‘बुरा फौरन मान जाते हो ,’
‘यह मन की कमजोरी दिखाता है’ ,
‘तेरे अंधेरे कब मिटेंगे बता ‘?
[7]
‘गल्ती खूब करते हो पर ‘
‘कबूल करने का कलेजा नहीं ,’
‘दूसरे की गल्ती करने पर’ ,
‘लज्जित करने में देर नहीं करते ‘|
[8]
‘समझ- समझ का फ़र्क है’ ,
‘स्वर्ग-नरक यहीं पर मौजूद है ,’
‘जो हम माँ-बाप को देते हैं ‘,
‘वैसा पाने को तैयार रहो ‘|
[9]
‘दुबारा जिंदगी नहीं मिलती’ ,
‘और न अपने मिलते हैं’ ,
‘सबकी कदर करने की कवायद’ ,
‘सीख लेनी चाहिए ‘|
[10]
‘जिंदगी इम्तिहान पर इम्तिहान
लेती जा रही है रात-दिन ,’
‘एक जख्म पूरा भरता नहीं ‘,
‘दूसरा फौरन खड़ा हो जाता है ‘|