[1]
‘जो अपनी राह खुद बना कर बढ़ते हैं असली विजेता उसी का नाम है’
‘स्वम पर विश्वास,आत्मविश्वास का पुख्ता सबूत है निडरता की निसानी है’
[2]
‘अपना फोकस दूसरों पर न करके’
‘खुद पर ही करो तो अच्छा है’,
‘दूसरे तुम्हारे बारे में क्या सोचते हैं’ ,
‘यह कुछ मायना नहीं रखता ‘|
[3]
‘दूसरों का अनुशरण करने की बजाय ”खुद ‘रोल मॉडल’क्यों नहीं बनते,’
‘वह भी’ के बजाय’ वो एक जाँबाज’ बनने का प्रयास ‘गर्व की बात है’|
[4]
‘कोई तुम्हारा सच्चा दोस्त बनता है या नहीं , यह जरूरी नहीं ‘,
‘इस बात में दम है की आप किसी के सच्चे मित्र हो या नहीं ‘|
[5]
‘आदमी का स्वभाव बदलता है ‘,’उसकी आदते बदलती हैं ‘,
‘क्रोध’,भय ‘,’ माया ‘ के कारण सच कह ही नहीं पाता ‘,
‘दुःख,अज्ञान,धारणायेँ,मान्यताएँ कल्पनाओं का संगम है’ ,
‘सत्य की सीमाओं में प्रवेश,’दुःख की दासता ‘भगाता है ‘|
[6]
‘आलस से मुक्ति का उपाय सिर्फ सतर्क रहना है ‘,
‘आज को कल पर टालना सबसे बड़ी मुसीबत है ‘,
‘अपनी दिनचर्या सत्कर्म से शुरू करो,कामयाब रहोगे ‘,
‘शांति से-उलझी गुत्थियों का जबाब मिल ही जाता है ‘|
[7]
‘प्रभु को हर छण अपने साथ मान’, ‘हर विचार को उत्तम बना ‘,
‘अपने सत्कर्मों का ढिंढोरा मत पीट’,’आम आदमी की तरह जी ‘,
‘जिस दिन तू दुःखी मन पर’ ‘ मरहम लगाना सीख जाएगा ‘,
‘बिना बताए तेरी झोली भर्ती जाएगी ‘, बस जीने लगेगा तू ‘|
[8]
‘जब कोई मुझे अपना नहीं समझता’ ,
‘तो याद दिलाना किसलिए ‘?
‘मैंने दिल को पत्थर बना डाला’ ,
बेवजह परेशान रहना छोड़ दिया है ‘|
[9]
‘आर्थिक स्थिति कुछ भी हो’,’मानसिक स्थिति बिल्कुल सही होनी चाहिए ‘,
‘ तभी उत्तम सोच उभरेगी ‘ ,’ जीने का आनंद तभी मिल पाएगा ‘|
[10]
‘अपनी खुशियों के लिए कोई समझोता मत करो’ ,
‘मस्त हो कर ऐसे जोओ जिसमें आपकी संतुष्टि हो’ |