[1]
मेरा देश महान —
‘बारिस का मौसम’ ,’ सड़कें जलमग्न’ ,’ निकासी कुप्रबंधित ‘,
‘घंटों का जाम’ ,’प्रशाशन का कुशासन’ ,’सारी जनता बेहाल ‘,
‘झूठे आश्वाशन भरा देश ‘, ‘ देश के कानून का डब्बा गोल ‘,
‘बेईमानी से देश का बंटाढार’ ‘कमाल फिर भी मेरा देश महान’ |
[2]
मेरा देश महान —
‘पाँच-सात दिनों की बरसात में’ ,’आबादी में बाढ़ आ जाती है ‘,
‘गजब तमाशा देखिये’ – ‘बड़े-बड़े तालाब, पोखर सुख जाते हैं यहाँ’ ,
‘बरसाती पानी को बचाना’, ‘आज देश की सबसे बड़ी जरूरत है ‘,
‘पानी को संरक्षण देना’ ‘ इस त्रासदी की उच्चतम प्राथमिकता है ‘,
‘देश के संरक्षक बेझिझक’ ,’बड़ी-बड़ी डकार मार कर बैठ जाते हैं ‘,
‘मानवता की सेवा”अब बहुत पीछे रह गयी”नाइंसाफी का जाल है ‘|
[3]
मेरा देश महान —
‘हिंसा में’ ,’अपराध में’ ‘ इतनी बढ़ोतरी ,क्यों हो रही देश में ‘,
‘मनुष्यों की हिंसा की घटनाएँ व चर्चायेँ’ ‘ फैली हैं चारों तरफ ‘,
‘अहिंसा का एक अंश भी’ ‘देखने-सुनने की नहीं मिलता यहाँ ‘,
‘जो वातावरण सहजता से समाज को मिलता है”वो हिंसक है ‘,
‘परिवेश नहीं बदला तो हिंसा उभरेगी’,’घटनाएँ निर्मित होती रहेंगी ‘,
‘अब देश को’ -‘ सामाजिक कक्षाओं की बेहद जरूरत जान पड़ती है’|
[4]
मेरा देश महान —
‘चुने हुए प्रतिनिधि राष्ट्र हित के संस्कारों से कभी अनभिज्ञ नहीं होते ‘,
‘सभी विषयों पर गहरा ज्ञान रखते हैं’,’हमें स्पष्ट आईना दिखा सकते हैं ‘,
‘हर समस्या पर पैनी निगाह होती है’,’जमकर हर विषय खगाल सकते हैं ‘,
‘फिर भी संसद चलने नहीं देते’,’जानबूझ कर जनता का बेवकूफ बनाते हैं ‘|