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“मेरा देश कैसा हो ” ?

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मेरा  देश  कैसा  हो  ?

{1}
ऐसा राम-राज्य जहां धर्म-जाति कुछ नहीं , सर्वहित सर्वोपरि हो ,
राष्ट्र के लिए तन-मन-धन अर्पित करने  को तैयार रहते हों सभी ,
आपसी तालमेल  स्पष्ट  दिखाई  दे  और  घ्रणा  से  दूर  हों  सभी ,
अराजकता  गौण  हो , राष्ट्र और मानवता के गीत गाते  हों जहां |

{2}

मेरी  जाति  हिंदुस्तानी   है ” और ” इंसानियत   ही  मेरा  देश – धर्म   है ” ,
“जाति”,”धर्म”, “छेत्र” की बात करके”,”समाज को बांटने वाले दुश्मनों” ,
“मेहनतकश और हिम्मती लोगों को” “नफरत की जहरीली हवा मत दो” ,
“आपस में भाईचारा””सहयोग””बिना भेदभाव”से”जीना सीखिये जनाब” |

{3}

” दिशा- हीन  कोई  भी  हो “, ” उसका  भविष्य  नहीं  होता  कोई” ,
” राष्ट्रवादी   संगठन   की  छवि ”  से ” दूर  होते  जा  रहे   हैं  हम” ,
“सुलझा  हुआ  देश -भक्त  राजनीतिज्ञ””बन  कर  देश  में  उभर” ,
“बचकाना बयानबाजी मत करो”,”देश-सेवा के कीर्तिमान बनाओ” |

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