‘तू खुद मुस्कराता चल ‘, ‘दूसरों को मुस्कराने की वजह भी देता चल’ ,
‘खुदा’!’तेरी जरूरत जान जाएगा’,’ किसी मंदिर -मस्जिद की जरूरत नहीं ‘ |
‘तू खुद मुस्कराता चल ‘, ‘दूसरों को मुस्कराने की वजह भी देता चल’ ,
‘खुदा’!’तेरी जरूरत जान जाएगा’,’ किसी मंदिर -मस्जिद की जरूरत नहीं ‘ |
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