“खतरनाक सच है कि माँ – बाप”, “बच्चों कि बहुत कम सुनते हैं ” ,
“वो अपेक्षा रखते हैं कि” ” हमारे बच्चों को सिर्फ सुनना चाहिए ” ,
“जो माँ- बाप बच्चों कि बात नहीं सुनते”,”आपसी संबंध खराब रहते हैं”,
“वो बच्चे ‘ “माँ- बापों के बारे में”, “गलत धारनायेँ विकसित कर लेते हैं “,
“अगर बच्चों से सहज संबंध चाहते हो ,”तो उनकी बात सुनना जरूरी है” ,
‘सख्त रहें क्रूर नहीं ‘, ‘अपनी उम्र’ और आपसी अंतर’ कि ‘गरिमा बनाएं ‘|