सभी भारतीय व्यक्ति को अपने देश के संविधान के विषय में जानकारी होनी चाहिए | कृपया निम्न लिखित बातों पर ध्यान दीजिये :—
{1}
1922 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मांग की थी कि भारत का राजनीतिक भाग्य भारतीय स्वम बनाएँगे | 1924 में पंडित मोती
लाल नेहरू ने संविधान सभा के गठन की फिर मांग की , लेकिन
अंग्रेजों द्वारा उनकी मांग को भी ठुकरा दिया गया गया | तब
से संविधान के गठन की मांग लगातार उठती रही , लेकिन
अंग्रेजों द्वारा इसे हर बार ठुकराया जाता रहा |
{2}
1939 में कांग्रेस अधिवेशन में एक प्रस्ताव पारित किया गया , जिसमें कहा गया कि स्वतंत्र देश के संविधान के निर्माण के लिए संविधान सभा ही एक मात्र उपाय है और अन्ततः 1940 में ब्रिटिश सरकार ने इस मांग को मान लिया कि भारत का संविधान भारत के लोगों द्वारा ही बनाया जाए |
{3}
1942 में क्रिप्स कमीशन ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की , जिसमें कहा गया कि भारत में निर्वाचित संविधान सभा का गठन किया जाएगा , जो भारत का संविधान तैयार करेगी |
{4}
संविधान सभा 9 दिसम्बर , 1946 को सच्चिदानंद सिन्हा कि अध्यक्षता में पहली बार समवेत हुई थी , लेकिन मुस्लिम लीग ने अलग पाकिस्तान बनाने कि मांग को ले कर इस बैठक का बहिष्कार किया |
{5}
11 दिसम्बर , 1946 को हुई संविधान सभा की बैठक में डाक्टर राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का अध्यक्ष चुना गया और वे संविधान के निर्माण का कार्य पूरा होने तक इस पद पर रहे |
{6}
14 अगस्त , 1947 को भारत डोमिनियन को प्रभुता संपन्न संविधान सभा पुनः समवेत हुई और 29 अगस्त , 1947 को स्वतंत्र भारत में संविधान सभा द्वारा संविधान निर्मात्री समिति का गठन किया गया , जिसका अध्यक्ष सर्वसम्मति से डाक्टर भीम राव अंबेडकर को बनाया गया |
{7}
संविधान प्रारूप समिति की बैठकें 114 दिन तक चली |
{8}
संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा |
{9}
संविधान के निर्माण कार्य पर कुल 63 लाख 96 हज़ार 729 रुपये का खर्च हुआ |
{10}
संविधान के निर्माण कार्य में कुल 7635 सूचनाओं पर चर्चा की गयी |
{11}
26 जनवरी , 1950 को भारत का संविधान लागू होने के बाद से अब तक हुए अनेक संशोधनों के बाद भारतीय संविधान में 440 से भी अधिक अनुच्छेद व 12 परिशिष्ट हो चुके हैं |