“जितना बडा प्लाट होता है, उतना बडा बंगला नही होता !!
जितना बडा बंगला होता है,उतना बडा दरवाजा नही होता !!
जितना बडा दरवाजा होता है ,उतना बडा ताला नही होता !!
जितना बडा ताला होता है , उतनी बडी चाबी नही होती !!
परन्तु चाबी पर पुरे बंगले का आधार होता है।
इसी तरह मानव के जीवन मे बंधन और मुक्ति का आधा मन
की चाबी पर ही निर्भर होता है।
है मानव..तू सब कुछ कर पर किसी को परेशान मत कर
जो बात समझ न आऐ उस बात मे मत पड़ !
पैसे के अभाव मे जगत 1% दुखी है,समझ के अभाव मे जगत 99% दूखी है !!!
आज का श्रेष्ठ विचार:-
“यदि आप धर्म करोगे तो भगवान से आपको माँगना पड़ेगा…,
लेकिन यदि आप कर्म करोगे तो भगवान को देना पड़ेगा..!”