‘बुजुर्गों की झुर्रियां ‘ ‘ ज़िंदगी के अनुभवों ‘ को ‘ बयान करती हैं ‘ ,
‘उनकी पीड़ा सुनो’, ‘गुम न होने दो ‘, ‘प्यार का अहसास कराओ ‘,
‘उनका आशीष’ , ‘सलाह’ ,’ जीवन की नयी राहें ‘ ‘खोल सकती हैं ‘ ,
‘सही सोच ‘, ‘सही रास्ता ‘, ‘सही कदम’ ,’ ऊंचे पायदन पर चढ़ा देगा’ |