[1]
मेरा विचार :-
“आप स्वयं ही अपने सुख और दुखों के सर्जक हैं ,
किसी अन्य में ऐसी छमता नहीं जो आपको सुखी
बना सके या दुखी बना सके ” |
[2]
‘ खुद को मजबूत बना ‘ , ‘ जिंदगी आसान होती जाएगी ‘,
‘समय उत्तम बनाने के लिए उत्तम काम करने की हिम्मत बढ़ा ‘|
[3]
‘आप हमें भूल जाएँ तो ये आपका अनुमान है ‘,
‘जब तक आपकी याद न आए हम सो नहीं पाते ‘|
[4]
‘मुहब्बत , मुकद्दर , वफा , आंसूँ , जुदाई ,सभी अपने रंग बिखेरते हैं ‘,
‘जीवन की परिभाषा में ये सब न हों,जीने का रस खत्म हुआ समझो ‘|
[5]
‘अपने हैं तो सब सपने अपने हैं दूर मत होना उनसे कभी ‘,
‘अपना कोई अपना नहीं तो फिर सपनों का मोल नहीं होता ‘|
[6]
‘इतना नीचे मत गिरो लोग तुम्हारा नाम भी भूल जाएँ ‘,
“इतना ऊंचा भी मत उठो , तुम्हारे पास आने से डरने लगें “|