अगर कम हो गया तो यकीन मानिये , गली मोहल्ले से लगा कर देश की आंतरिक सुरक्षा बर्बाद हो जाएगी ।
पुलिस का त्याग बलिदान अद्वितीय है , गली के गुंडे हो या अंडरवर्ल्ड के गुंडे इनसे निपटती पुलिस ही है , हम तो इनकी रिपोर्ट लिखाने में भी डरते है पर पुलिस उनसे लोहा लेती है कोई दुर्घटना हो जाए , लाशें बिखरी पड़ी हो जिसे देख लोग चक्कर खा जाते है उन लाशों को भी पुलिस का ही इंतजार रहता है कसाब के हमले में शहीद भी पुलिस कर्मी ही था जिसके साहस की तुलना अद्वितीय है ।
कुल मिला कर देश की हर आंतरिक समस्या , गली- गांव- नगर से लेकर चारो तरफ सिर्फ पुलिस ही है जिस पर समाज को भरोसा है और एक मात्र विकल्प भी पुलिस ने सेना से कम बलिदान नही दिया , पुलिस का त्याग बलिदान भी बहुत है बिन पुलिस तुम देश की आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था की कल्पना भी नही कर सकते ।
लेकिन हाँ हर विभाग में कुछ खामियां होगी उनमें कुछ लोगो मे भी कमियां होगी , आखिर समाज भ्रष्ट है तो विभाग अछूते कैसे रहेंगे ?
परंतु कुछ लोगो की गलती को सारे समाज या सारे विभाग पर लाद देना और उनके त्याग बलिदान साहस शौर्य समर्पण दिन रात के सँघर्ष सभी को भुला देना – ये मुर्खता ही नही पाप भी है ।
जितने भी धरने , प्रदर्शन , आंदोलन , नाटक होते रहते है ये सब पुलिस की सुरक्षा है तो ही सम्भव है वरना पुलिस न हो तो ये जमाते , ये संगठन , ये दुनिया भर के गैंग चार दिन में देश को गृहयुद्ध में धकेल के बर्बाद कर दे ।
अतः मेरा व्यक्तिगत और स्पष्ट मत है कि खाकी का सम्मान और ख़ौफ़ दोनो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए आवश्यक है , अगर खाकी कमजोर हुई तो कोई भी उस कमजोरी के दुष्परिणाम से नही बच पाएगा और उसका दुष्परिणाम बहुत घातक होगा ।
पुलिस समाज का भरोसा है कुछ गलत लोग भी है इसमे पर कुछ के कारण सम्पूर्ण त्याग बलिदान को नजरअंदाज करना गलत है ✍️
️🇮🇳🇮🇳 जय हिन्द 🇮🇳❤️
हमको “भारतीय होने पर गर्व है ।
⚔️🇮🇳 देश पहले हैं 🇮🇳⚔️
वंदे मातरम् 🇮🇳🇮🇳⚔️⚔️
भारत माता की जय 🇮🇳🇮🇳🇮🇳⚔️⚔️