लोग किसी काम को सिद्ध न होने पर किस्मत को दोष देते हैं ,
यदि काम हो जाए तो अपने को महान बताते हैं ,दोषों को छिपाते हैं ,
स्कूल एक , किताब एक , टीचर एक , फिर भी एक पास एक फेल ,
एक ने पूरी तैयारी की , दूसरे ने अधूरी , सिर्फ व्यवस्था खराब थी |
लोग किसी काम को सिद्ध न होने पर किस्मत को दोष देते हैं ,
यदि काम हो जाए तो अपने को महान बताते हैं ,दोषों को छिपाते हैं ,
स्कूल एक , किताब एक , टीचर एक , फिर भी एक पास एक फेल ,
एक ने पूरी तैयारी की , दूसरे ने अधूरी , सिर्फ व्यवस्था खराब थी |
Login