‘तुम्हारे दिये जख्मों का दर्द ‘ ‘ ताज़ा है ‘ ‘जो आपने दिये थे बहुत पहले’ ,
‘आज भी ‘ ‘ नस्तर पर नस्तर ‘ ‘ चुभाये जा रहे हो ‘ ‘बेखौफ ‘ , ‘ बेहिसाब ‘ ,
‘इतनी बेदर्दी’ ‘ क्यों पाल रक्खी है आपने ‘ , ‘ कौन उकसा रहा है आपको ‘ ?
‘क्या हम ही’ ‘ इतने नीच ‘ , ‘ पापी , क्रूर हैं ‘ , ‘ झेल नहीं पाते हो हमें ‘ |
‘इंसानियत से लबरेज हैं’ ‘दोनों तरफ की हवा ‘, ‘ फिर यह हैवानियत ‘ ‘ किस लिए’ ?
‘इतनी कठोरता ‘, ‘बड्बोलापन ‘ , ‘नफरत ‘, ‘ वो भी पडौसी से’ , अच्छी नहीं होती ‘ | |