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पाकिस्तान के लिए

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‘तुम्हारे   दिये  जख्मों   का   दर्द ‘ ‘ ताज़ा   है ‘ ‘जो   आपने   दिये   थे   बहुत   पहले’ ,

‘आज   भी ‘  ‘ नस्तर    पर    नस्तर ‘  ‘ चुभाये    जा    रहे    हो ‘  ‘बेखौफ ‘ , ‘ बेहिसाब ‘ ,

‘इतनी   बेदर्दी’  ‘ क्यों   पाल    रक्खी   है   आपने ‘ , ‘ कौन   उकसा   रहा   है  आपको ‘ ?

‘क्या    हम    ही’   ‘ इतने    नीच ‘  , ‘  पापी ,  क्रूर    हैं ‘ ,  ‘ झेल   नहीं    पाते   हो    हमें ‘ |

‘इंसानियत  से  लबरेज  हैं’   ‘दोनों  तरफ  की  हवा ‘, ‘ फिर  यह  हैवानियत ‘ ‘ किस  लिए’  ?

‘इतनी   कठोरता ‘, ‘बड्बोलापन ‘ , ‘नफरत ‘, ‘ वो   भी   पडौसी    से’ ,  अच्छी   नहीं   होती ‘ |        |

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