परेशानियों में भी खुशियाँ तलासते रहिए और हर हाल में ईश्वर का शुक्रिया
भी अदा करते रहिए | जीने का आनंद चौगुना हो जाएगा |

, अपनी दिन भर की खुशियों को एक काग़ज़ पर लिख लिया करती थीं….
एक रात उन्होंने लिखा :

क्योंकि वह ज़िंदा है , और मेरे पास है . ये ईश्वर का शुक्र है..

कि रात भर मच्छर – खटमल सोने नहीं देते . यानी वह रात घर पर गुज़रता है ,
आवारागर्दी नहीं करता. ईश्वर का शुक्र है..

अच्छा खासा टैक्स देना पड़ता है . यानी ये सब चीजें मेरे पास ,
मेरे इस्तेमाल में हैं . अगर यह ना होती , तो ज़िन्दगी कितनी मुश्किल होती ?
ईश्वर का शुक्र है. .

यानी मेरे अंदर दिन भर सख़्त काम करने की ताक़त और हिम्मत ,
सिर्फ ईश्वर की मेहर से है ..

और दरवाज़े – खिड़कियों को साफ करना पड़ता है . शुक्र है , मेरे पास घर तो है .
जिनके पास छत नहीं , उनका क्या हाल होता होगा ? ईश्वर का शुक्र है ..

यानी मैं ज़्यादातर सेहतमंद ही रहती हूं . ईश्वर का शुक्र है ..

यानी मेरे पास चाहने वाले , मेरे अज़ीज़ , रिश्तेदार , दोस्त , अपने हैं ,
जिन्हें तोहफ़ा दे सकूं . अगर ये ना हों , तो ज़िन्दगी कितनी बेरौनक हो ..?
ईश्वर का शुक्र है ..

यानी मुझे हर रोज़ , एक नई सुबह देखना नसीब होती है .
ये भी , ईश्वर का ही करम है ..

सुकून की बनानी चाहिए . छोटी या बड़ी परेशानियों में भी , खुशियों की तलाश करिए ,
हर हाल में , उस ईश्वर का शुक्रिया कर , जिंदगी खुशगवार बनायेँ ..,!!!!*_