रोना धोना बंद कर , पक्षियों की तरह गुंन गुनाना सीख ,
कोयल अपनी तान सुनाकर मन को जीत लेती है ,सुना होगा ,
उलझनों का पिटारा सबके सिर पर है , घबराना शोभा नहीं देता ,
प्रयास पर प्रयास करता चल , लक्ष्मण बूटी भी मिल जाएगी |
रोना धोना बंद कर , पक्षियों की तरह गुंन गुनाना सीख ,
कोयल अपनी तान सुनाकर मन को जीत लेती है ,सुना होगा ,
उलझनों का पिटारा सबके सिर पर है , घबराना शोभा नहीं देता ,
प्रयास पर प्रयास करता चल , लक्ष्मण बूटी भी मिल जाएगी |
Login