“मैं एक जिस्म नहीं हूँ ‘ , ” मैं अंश हूँ इस परम परमात्मा का “,
“जिसका कोई रंग ‘, ‘नस्ल’ , ‘जाति’ , ‘मजहब’ आदि कुछ भी नहीं ,
‘ वो’ ‘निरोग’ , ‘निरूपम’ , ‘निर्मल’ , ‘काल से ऊपर’ , ‘कहीं बंधा नहीं है’ ,
‘जिसे ‘ ‘अग्नि जलाए नहीं’ , ‘वायु उड़ाए नहीं’ , ‘असीम है’ ,’रचयिता है’ ,
‘निराकार है’ , ‘सृष्टि का रचनाकर है ‘ ,’ कलाकार है ‘ ,’ चेतन सत्ता है ‘ ,
‘निराकार है ‘ ,’ ऊर्जा है ‘ , ‘आत्मा है’ , ‘आत्मबोध है’ , ‘ परमात्मा है ‘ |