‘किसी भी बात को हम अक्सर ‘ ‘अपनी निगाह से ही देखते हैं ‘ ,
‘आप खराब हैं ‘ , ‘तो ‘ कपटी ‘ , ‘दुष्ट ‘ , ‘ बुरे ‘ ही ‘ नज़र आएंगे सभी ‘,
‘आप सत्कर्मी हैं’ , तो ‘ सभी सभ्य ‘ , ‘सुलझे ‘ , और ‘ अच्छे लगेगे ‘,
‘अपने अंतर्मन को शुद्ध रक्खो ‘ , ‘खुशबू ‘ ‘ नज़र आएंगी चारो तरफ ‘|