[1]
‘सबको अपना बनाने को कोशिश कुन्दन बना देगी तुझे’ ,
‘दुश्मनी को तिलांजलि दे कर सबके दिल में जगह बना अपनी’ |
[2]
‘सभी को परखते रहते हो’ ‘समझने की कोशिश नहीं करते’, ‘सारी उम्र यूं ही निकल गयी’, ‘कुन्दन बन कर कब जियोगे बस इतना बता’ |
[3]
‘जब फिक्र करता हूँ तो खुद जलता हूँ ‘,
जब बेफिक्र रहता हूँ तो दुनियाँ जलती है’ ,
‘मौज’ रोज़ नहीं मिलती,खोज लो उसको’,
‘रोने से बचो,मस्त रहने की आदत बना ‘|
[4]
‘ख्वाबों की आंधी दिल में तूफान मचा रही है, ‘टक-टक निहारती रहती हूँ उन्हें’, ‘मौला जरा उनसे गुफ्तगू करवा दे तो’ ‘ ‘ मन को सकूँ मिल जाएगा’ |
[5]
‘जीवन में प्यार और सत्कार से संवेदनशील रहस्यों को समझें ‘,
‘आदर्शों भरा जीवन चहुं ओर आनंद बिखेरने में देर नहीं करता ‘|
[6]
‘वक्त के साथ इंसान बदल गए’ ,
‘रिस्तों के ‘अंदाज़’ बदल गए ‘,
‘अपने पराए लगने लगे’ ,
‘अहसासों का दिवाला निकल गया ‘|
[7]
‘मन की बात मन में रही तो
‘फासले बढ़ जाएंगे ‘,
‘उन्मुक्त हो बात सामने रख दी ,
‘फैसले हो जाएंगे ‘|
[8]
‘यादों की महक चार तालों में
बंद हो नहीं सकती ‘,
‘यह अहसासों का खेल है ,
‘ध्यान आते ही चहक जाते हैं ‘|
[9]
‘इंसान हो तो इंसान से’
‘इंसानियत से ही मिलो’ ,
‘हैवानियत कुछ काम नहीं आती’ ,
‘सिर्फ पछताओगे “|
[10]
‘स्वस्थ सोच , स्वस्थ जीवन , स्वस्थ व्यवहार खजाने हैं हमारे’ ,
‘ इन्हें जीवन से अलग मत करना वरना पछतावा ही रह जाएगा ‘ |