[1]
‘हाथ की लकीरों में रंग भरने की ताबीर तो कर ‘,
‘ढीला रह कर जी नहीं सकता ‘,’ताबड़तोड़ मेहनत की जरूरत है ‘|
[2]
‘हर समय गर्मी खाते रहे तो एक दिन टूट जाओगे ‘,
‘ठंडा लोहा मजबूती का सबूत है ,’कोई तोड नहीं सकता उसे ‘|
[3]
‘पहले रिस्ता जताया फिर निभाया ‘,
‘ये उत्तमता का सबूत नहीं,’
‘पहले रिस्ते को स्नेह से भिगोते’ ,
‘फिर देखते रिस्तों का मज़ा ‘|
[4]
‘हालात कैसे भी हों समझौता कर लेता हूँ’ ‘इसीलिए खुश हूँ ‘,
‘जीवन में दुःख न आयें तो सुख को’
‘परिभाषित कैसे करेंगे ,सोचो जरा ‘|
[5]
‘अपना दर्द छिपा कर मुस्कराने की कला सीख लेना जरूरी है ‘,
‘रिस्तों में अपनापन बनाए रखने का ये पक्का उसूल है ‘|
[6]
‘लोग पत्थर दिल हो गए हैं ‘,
‘किसी के दुःख-सुख से सरोकार नहीं ‘,
‘करोड़ों तारीखें बदलती गयी’ ,
‘मानव-पत्थर दिल होता चला गया ‘|
[7]
‘विश्वास’ -प्रातः ही कहता है’ ,
‘आज कुछ करो ,शुभ ही रहेगा ‘,
‘मैं हिल गया’ तो तुम जैसे हो जहां हो’ ,
‘वैसे भी नहीं रह पाओगे ‘|
[8]
‘अपना वक्त क्या बदला ‘,
‘लोगों का विश्वास डगमगा गया हम पर,’
‘जो न्योछावर रहते थे हम पर’,
‘छिटक कर जाने लगे सारे ‘|
[9]
‘जीवन में यूं अकड़ कर निकलोगे तो’ ‘अनाम रह कर खतम हुआ समझो’ |
‘हुज़ूर ! अपनी इच्छाओं पर विजय पा कर दिखाओ तो जानें ‘|